GOVERNMENT NATIONAL RECRUITMENT AGENCY 2020 ( नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी ) : रोजगार पर अभ्यर्थियों को मिलेगा लाभ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित केंद्रीय मंत्रीमंडल की बैठक 2020 अगस्त में पांच अहम निर्णय लिए गए, जिनमें सबसे महत्वपूर्ण निर्णय नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी की स्थापना का है। इन निर्णयों के बारे में केंद्रीय मंत्री जीतेंद्र सिंह, केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने प्रेस चर्चा में जानकारी दी।
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देश में सरकार की करीब 20 से अधिक रिक्रूटमेंट एजेंसियां हैं। कई समय या कई बार एक छात्र अगर चार से पांच में भी परीक्षा दिलाना होता है, तो उसे हर जगह EXAM देने के लिए बार-बार जाना पड़ता है, बार-बार EXAM का तनाव होता है। इन सबको खत्म करके अब नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी NATIONAL RECRUITMENT AGENCY (राष्ट्रीय भर्ती संस्था) का गठन किया जाएगा, जो केवल एक EXAM लेगी- सामान्य योग्यता टेस्ट । इस एजेंसी की मांग देश के युवा कई वर्षों से कर रहे थे। इस एजेंसी के बनने से केवल एक ही परीक्षा (EXAM) होगी और इससे छात्रों का समय और पैसा दोनों ही बचेगा बचेगा, मानसिक तनाव नहीं होगा और बार-बार परीक्षा नहीं दिलानी पड़ेगी |
प्रेस वार्ता में सचिव सी चंद्रमौली ने नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी (NATIONAL RECRUITMENT AGENCY) के बारे में पूरी जनकारी दी।
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विधार्थियों की सुविधा |
जिन दिक्कतों का सामना कैंडिडेट को करना पड़ता है :-
- अलग-अलग भर्ती के लिए अलग-अलग FORM के पैसे देने पड़ते हैं। हर फॉर्म के साथ बैंक ऑर्डर, पीओ, डिमांड ड्राफ्ट आदि लगाने के लिए अभ्यर्थियों को परेशान होना पड़ता है।
- इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी भी महसूस होती थी, क्यों कि कुछ ही केंद्रों पर ही परीक्षाएं करायी जा सकती हैं। ऐसे में भीड़ बहुत बढ़ जाती है।
- इन सबके कारण खर्च बढ़ने के साथ-साथ भर्ती की प्रक्रिया बहुत लंबी हो जाती है।
- कई परीक्षाओं की तिथियां एक ही दिन पड़ने की वजह से अभ्यर्थियों को एक न एक EXAM छोड़ना पड़ता है।
- केंद्रों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए जिला प्रशासन को अलग से अधिकारियों व पुलिस को तैनात करना पड़ता है। बार-बार परीक्षाएं होने से बार-बार इस प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है।
- ज्यादातर परीक्षा केंद्र शहरी क्षेत्रों में होने की वजह से ग्रामीण क्षेत्रों व छोटे कस्बों के अभ्यर्थियों को परीक्षा देने के लिए बार-बार यात्रा करनी पड़ती है। यात्रा ही नहीं बल्कि शहर आने पर होटल में रुकने का खर्च भी अलग से उठाना पड़ता है।
- हर भर्ती का परीक्षा कार्यक्रम अलग-अलग होता है, एप्लीकेशन प्रोसेस भी अलग-अलग होते हैं। जब दो-तीन EXAM कराने होते हैं तो पुर्वाश्यकता की कमी की वजह से कई जगहों पर नकल की संभावना भी बढ़ जाती है।
परशानी जो संस्था में होती है |
देश में केंद्र सरकार की 20 से अधिक भर्ती एजेंसी हैं। उनमें से 3 के EXAM नेशनल भर्ती एजेंसी करेगी। आगे चलकर बाकी की एजेंसियों को शामिल कर लिया जाएगा। हर एजेंसी अलग-अलग समय पर EXAM करती है, जिसके लिए संस्थानों को बार-बार तैयारी करनी पड़ती है।
सरांस
इस संस्था के आ जाने के बाद विधार्थियों तथा संस्थाओ को परीक्षा दिलाने और परीक्षा लेने में सुविधा होगी जिसे दिक्कतों में कमी आयेगी साथ ही साथ समय, पैसे की कर्च में कमी आयेगी साथ ही सुविधा बढेगी |